चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में टीचर्स की यूनिफॉर्म तय की गयी –
:20 जुलाई से लागू होगा नियम-
शिक्षा विभाग का मकसद स्कूलों में अनुशासन और समानता की भावना को बढ़ावा देना है-
प्रिंसिपल और टीचर्स के लिए अलग-अलग ड्रेस कोड –
ब्यूरो रिपोर्ट चंडीगढ़–
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने सभी सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल्स और टीचिंग स्टाफ के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने का फैसला लिया है जहाँ अब स्कूल में शिक्षक भी यूनिफॉर्म कोड में नजर आएंगे।शिक्षा विभाग का मकसद स्कूलों में अनुशासन और समानता की भावना को बढ़ावा देना है।यह आदेश सभी सरकारी स्कूलों को 7 जुलाई 2025 को जारी किए गए है और 20 जुलाई 2025 से यह नियम सरकारी स्कूलों में लागू होगा।
शिक्षा विभाग का कहना है कि यह यूनिफॉर्म हर सोमवार को पहननी होगी और कभी-कभी विशेष अवसरों पर भी यह ड्रेस कोड लागू किया जायेगा जो उस स्कूल के वर्तमान प्रिंसिपल या शिक्षा अधिकारी तय करेंगे।इस ड्रेस कोड से एक तरफ तो अनुशासन और प्रोफेशनल माहौल को बढ़ावा देगा तो दूसरी तरफ इससे स्कूल की इमेज पर भी अच्छा असर पड़ेगा। इसके अंतर्गत जो ड्रेस कोड बनाये गए हैं वह पद के हिसाब से तैयार किए गए हैं जिसमे महिला प्रिंसिपल को मैरून साड़ी व गोल्डन/बेज बॉर्डर वाली ब्लाउज या सिंपल मैरून सूट व गोल्डन/बेज दुपट्टा पहनना होगा तो पुरुष प्रिंसिपल को सफेद फॉर्मल शर्ट और ग्रे ट्राउजर ड्रेस दिया गया है।पुरुष टीचर नीली फॉर्मल शर्ट और ग्रे ट्राउजर में नज़र आएंगे तो महिला टीचर के लिए आइवरी कलर का सूट एक शेड गहरे दुपट्टे के साथ या आइवरी साड़ी गोल्डन/बेज बॉर्डर के साथ पहनना होगा।शिक्षा विभाग द्वारा ड्रेस कोड लागू करने का कार्य वाकई में सराहनीय है और इससे स्कूल में स्टूडेंट्स के साथ- साथ शिक्षको में भी अनुशासन का मिसाल पेश करेगा।