महिला अधिवक्ता की निर्मम हत्या को लेकर अधिवक्ताओं में भारी रोष-
गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर से मिले बार काउंसिल के प्रतिनिधि-
अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की उठाई मांग-
महिला अधिवक्ता के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग-
पुलिस कमिश्नर ने दिया 24 घंटे के अंदर हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वशन-
गुरुग्राम,पटौदी-ब्यूरो।
गुरुग्राम के पटौदी कोर्ट में प्रक्टिस करने वाली 32 वर्षीय महिला अधिवक्ता की अज्ञात लोगों द्वारा गला रेत कर व शरीर पर सुआ नुमा हथियार से चोट मारकर की गई निर्मम हत्या को लेकर बुधवार को गुरुद्वारा बार काउंसिल के पदाधिकारी पुलिस कमिश्नर से मिले जिंन्होने एक लिखित पत्र देते हुए अधिवक्ता के हत्यारों को शीघ्र गिरफ्तार करने व अधिवक्ता प्रोटेशन एक्ट लागू करने की मांग की है।अधिवक्ताओं द्वारा दी गई लिखित शिकायत पर कार्यवाही करते हुए पुलिस कमिश्नर ने हत्यारोपियों की पहचान कर 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने का आश्वशन दिया है।
मृतका अधिवक्ता सरिता के पिता भगवानदास निवासी वार्ड नम्बर पाँच नजदीक सब्जी मंडी पटौदी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उनकी बेटी मंगलवार सुबह करीब साढ़े नो बजे घर से खाना खाकर पटौदी कोर्ट के लिए गई थी।लेकिन शाम करीब पांच बजे उन्हें सूचना मिली कि उनकी बेटी की किसी ने हत्या कर शव को रामगढ़ गाव के समीप कच्चे रास्ते पर फेंक दिया था जिनके शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रेवाड़ी नागरिक हस्प्ताल के शव ग्रह में रखवाया गया है।सूचना पाकर रेवाड़ी हस्प्ताल पहुँचे परिजनों ने शव की पहचान की।जिसके बाद पुलिस ने मामले की आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
बतादें कि पटौदी अदालत में प्रक्टिस करने वाली महिला अधिवक्ता सरिता का जख्मी शव रामगढ़ नहर के पास कच्चे रास्ते पर पड़ा हुआ मिला है।शव की सूचना पाकर मौके पर पहुँची पुलिस ने मृतका अधिवक्ता के शव को पोस्टमार्टम के लिए रेवाड़ी नागरिक हस्प्ताल के शव ग्रह में रखवाया जिसकी जानकारी मृतका के परिजनों को दी।महिला अधिवक्ता की निर्मम हत्या को लेकर गुरुग्राम बार काउंसिल के अधिवक्ताओं ने गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर हत्यारोपियों की पहचान कर उन्हें शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।हालांकि वकीलों की मांग पर पुलिस कमिश्नर ने 24 घटे के अंदर हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वशन दिया है।लेकिन देखना इस बात का होगा कि कमिश्नर साहब की कथनी और करनी में कोई फर्क तो नही दिखता है।