एक्शन मोड़ में दिखी सोहना नगर परिषद चेयरपर्सन-
नगर परिषद कार्यालय का किया औचक निरीक्षण-
निरीक्षण के दौरान कर्मचारी व अधिकारी मिले ड्यूटी से नदारद-
नगर परिषद कार्यालय में छुट्टी के बाद मदिरा पान करने का मामला भी आया सामने-
सरकार को भेजी जाएगी,लापरवाह अधिकारियों की शिकायत-
सोहना।हरियाणा की नई सरकार का गठन होते ही जहॉ मंत्रियों के तीखे तेवर दिख रहे है..वही अब नगर परिषद के चेयरमैन भी परिषद के विकास में कोई कमी नही छोड़ना चाहते जिंन्होने लापरवाह अधिकारी व कर्मचारियों पर लगाम कसनी शुरू कर दी है।दरअसल हम बात कर रहे है,सोहना नगर परिषद की जहॉ पर सोमवार को सुबह करीब सवा नो बजे चैयरपर्सन पहुँची जिंन्होने जाते ही परिषद कार्यालय का निरीक्षण कर यह जायजा लिया कि परिषद कार्यालय में तैनात कर्मचारी ओर अधिकारी डयूटी के दौरान कोई कोताही तो नही बरत रहे है और समय से ड्यूटी आ रहे है या नही लेकिन चेयरपर्सन को निरीक्षण के दौरान जहॉ 18 अधिकारियों में से कार्यकारी अधिकारी सहित नो अधिकारी ड्यूटी से नदारद मिले वही HKRN के 28 कर्मचारियों में से 14 नदारद मिले तो तीन कर्मचारी ऐसे भी मिले की कि अपनी हाजरी पहले ही लगा देते थे..लेकिन डयूटी पर आते ही नही थे।
आपको दिखाई दे रहा यह नजारा सोहना नगर परिषद कार्यालय का है।जहॉ पर आप देख सकते है कि नगर परिषद चेयरपर्सन अंजू देवी कार्यालय का निरीक्षण कर यह जायजा यहां पर कार्यरत स्टाफ का जायजा ले रही है..लेकिन अंजू देवी कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक कि जिस भी कैबिन में गई वही खाली पड़ी मिली..जिसके बाद नगर परिषद कार्यालय में हड़कंप मच गया ओर कर्मचारियों ने एक दूसरे कर्मी को फोन पर इसकी जानकारी दी..लेकिन उसके बाद भी करीब साढ़े नो बजे तक कुछ कर्मचारी व अधिकारी तो कार्यालय जरूर पहुँच गए.लेकिन आधे से ज्यादा कर्मचारी व अधिकारी कार्यालय से नदारद रहे..जिनके बारे में उच्च अधिकारियों को लिखित में शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की जाएगी.चेयरपर्सन प्रतिनिधि का कहना है कि कार्यालय के अंदर मंदिरा पान का सेवन भी किया जाने का मामला सामने आ रहा है।जिनके नाम भी उजागर हो गए है जिनके बारे में भी उच्च अधिकारियों को लिखित में भेज कर कार्यवाही की मांग की जाएगी।
बतादें हरियाणा की नवनियुक्त नायब सरकार इन दिनों एक्शन मोड़ में दिखाई दे रही है जो कि अबकी बार हरियाणा का विकास करने में कोई कमी नही छोड़ना चाहती ओर लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के रवैये को सुधारना चाहती है,ताकि प्रदेश के अंदर अधूरे पड़े विकास कार्यो को समय से पूरा किया जा सके,लेकिन देखना इस बात का होगा कि क्या सरकार वास्तव में ही लापरवाह अधिकारियों पर नकेल कस पाएगी या एक बार फिर सरकार पर अफसर शाही भारी रहती है।