गुरुग्राम में इंटरनेशनल टेनिस खिलाड़ी की बिल्डर पिता ने की हत्या-
खेल एकेडमी चलाने से नाराज था-
,गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित सुशांत लोक फेस-2 की है यह घटना-
पिता बोला- लोग ताने मारते थे-
ब्यूरो रिपोर्ट गुरुग्राम
हरियाणा के गुरुग्राम में बीते कल जूनियर इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या उसके ही पिता ने गोली मारकर कर दी। हत्या के बाद पिता और परिवारजनों द्वारा हत्या करने के राज धीरे-धीरे खुल रहे हैं,गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित सुशांत लोक फेस-2 में यह घटना हुई है हालांकि, पहले सोशल मीडिया पर रील बनाने को लेकर हत्या करने की बात सामने आई थी, लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है।आरोपी पिता बिल्डर दीपक और परिवारवालों से अब हत्या के कारण सामने आने लगे हैं ।
जानकारी के मुताबिक राधिका टेनिस एकेडमी चलाती थीं, जिससे अच्छी कमाई हो रही थी। हालाँकि एकेडमी खोलने के लिए पिता दीपक ने ही राधिका को 1 करोड़ रुपए दिए थे।उसके पिता दीपक यादव को लोग ताने मारते थे कि बेटी की कमाई खा रहा है। जिससे तंग आकर आरोपी पिता ने उसे टेनिस एकेडमी बंद करने को कहा। लेकिन, राधिका नहीं मानी ,उसका कहना था कि लोग क्या कहते हैं, मुझे इसकी कोइ परवाह नहीं है। खेल में इसकी शुरू से रुचि है और उसका करियर बनाया है, तो इससे पैसा कमाना कौन सी बुरी बात है।आरोपी दीपक का कहना है कि इस बात को लेकर उसकी राधिका से बहस हुई क्यूंकि उस दिन मैंने उसे एकेडमी जाने से रोका और एकेडमी बंद करने को कहा तो मना करने पर गुस्से में आकर अपनी लाइसेंसी पिस्टल से उसे गोली मार दी।लोगों के तानों की वजह से मैं काफी परेशान हो चुका था। वहीँ परिवारवालों कि करीब 15 दिनों से इस बात को लेकर घर में कलह हो रहा था। जिसके बाद आरोपी ने गुस्से में आकर उसे गोलियां मार दीं। आरोपी दीपक के भाई कुलदीप यादव ने पुलिस को बताया कि गुरुवार सुबह दीपक का अपनी बेटी राधिका के साथ एकेडमी बंद करने को लेकर विवाद हुआ था। उस समय राधिका किचन में खाना बना रही थी, उसी वक्त दीपक ने पीछे से उसे अपनी लाइसेंसी पिस्टल से 3 गोलियां मार दीं।जिसके बाद वह खून से लथ -पथ फर्श पर गिर पडी ,उसके बाद मैं उसे एशिया मैरिंगो अस्पताल ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
फ़िलहाल आरोपी दीपक यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस इस मामले की आगे गहन जांच कर रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है जहाँ आज शव का पोर्स्टमार्टम होगा।
पूरे घटनाक्रम को देखते हुए यही आकलन लगाया जा सकता है कि महिलाओं के प्रति सामाजिक दकियानूसी और प्रतिबन्ध आज भी समाज में देखने को मिल रहा है चाहे कितनी ही शिक्षित फॅमिली क्यों न हो, और सबसे बड़ी बात अपना परिवार ही सपोर्ट करने के बजाए ,ऐसे समाज को प्राथमिकता देता है, उनकी बेवजह की बातो के आगे झुकता है और आज की युवा पीढ़ी को इस रास्ते पर चलने को मजबूर करता है।आखिर क्या गलती थी राधिका की ?