हरियाणा के नूंह जिले में भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर आईएमटी रोजकामेव में धरने पर बैठे किसान-
भारतीय किसान मोर्चा के समर्थन से आज शनिवार को महापंचायत बुलाई-
भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद सहित कई किसान संगठनों के नेताओं ने भाग लिया-
महापंचायत को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात थी-
ब्यूरो रिपोर्ट नूह –
हरियाणा के नूंह जिले में भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर आईएमटी रोजकामेव में धरने पर बैठे किसानों ने भारतीय किसान मोर्चा के समर्थन से आज शनिवार को महापंचायत बुलाई। जिसमें भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद सहित कई किसान संगठनों के नेताओं ने भाग लिया।महापंचायत में एचएसआईआईडीसी का काम रुकवाने का फैसला लिया गया।वहीँ महापंचायत को देखते हुए पुलिस बल भी तैनात थी। पिछले करीब डेढ़ साल से किसान भूमि अभिग्रहण को लेकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
एचएसआईआईडीसी द्वारा किए जा रहे काम को रुकवाने को लेकर आज किसानों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों का साफ कहना है कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक वह आईएमटी रोजकामेव में काम नहीं होने देंगे।इस मौके पर प्रशासन भी मौजूद था और पुलिस और किसानो के बीच बहस भी हुई।दरअसल किसानो का कहना है कि करीब डेढ़ साल से धीरधुका गांव में भूमि मुआवजे को लेकर कई वर्षो से धरना चल रहा है लेकिन उनकी सरकार की तरफ से कोई मांग पूरी नहीं हुई और ना ही कोई बातचीत हुई।जिसके बाद आज फिर आईएमटी में काम रोकने के लिए एक महापंचायत बुलाई गई है।
दरअसल आईएमटी रोजकामेव के लिए 9 गांव के किसानों की वर्ष 2010 में लगभग 1600 एकड़ अधिग्रहण की जमीन की गई थी और किसानों की जमीन को सरकार द्वारा 25 लाख रुपए का मुआवजा देक अधिग्रहण किया गया था लेकिन बाद में सरकार ने फरीदाबाद के अन्य गावों को भी अधिग्रहण किया लेकिन वहां के किसानो ने कोर्ट का सहारा लेकर अधिग्रहण की राशि बढ़वा ली। इस वजह से नूह के गावों के किसान भी सरकार से राशि बढ़ाने को लेकर धरना पर बैठे हैं और काम को रोक रहे हैं।लेकिन देखना यह होगा कि सरकार की ओर से इनकी मांगे कबतक पूरी होती है और कबतक बातचीत का रास्ता निकलता है।