मुठभेड के बाद पुलिस के हत्थे चढे लूट,चोरी के अंतरराज्जीय बदमाश-
पुलिस जांच में 80 वारदातों का हुआ खुलासा-
सूचना के आधार पर क्राइम यूनिट ने नाकाबंदी कर किया काबू-
लूट,डकैती जैसी संगीन वारदातों में रहे हैं शामिल रहे है बदमास-
काबू किए गए गिरोह के मुख्य सरगना पर दर्ज हैं 53 मुकदमें-
गुरुग्राम,हरियाणा वरदान ब्यूरो।
गुरुग्राम क्राइम यूनिट ने सूचना के आधार पर नाकेबंदी करते हुए मुठभेड़ के बाद अंतरराज्जीय लूट व चोर गिरोह के दो ऐसे बदमासो को काबू करने में सफलता की है।पुलिस द्वारा काबू किए गए बदमासो ने दिल्ली एनसीआर,हरियाणा व पंजाब आदि राज्यो में लूट, डकैती, चोरी जैसी 80 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुके है।
दरअसल, गुरूग्राम पुलिस को सूचना मिली थी कि लूट,डकैती व चोरी की वारदातों में शामिल बदमास गुरुग्राम के अंदर एक ग्रे कलर की होंडा सिटी कार में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे है।जिस सूचना के बाद पुलिस की क्राइम ब्रांच टीमों को अलर्ट करते हुए नाकाबंदी शुरू कर दी। क्राइम ब्रांच सेक्टर-31 की टीम ने जब कार को रोकने का प्रयास किया तो चालक ने कार को दौड़ा दिया।जब पालम विहार क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपियों को रोका तो आरोपियों ने पुलिस की गाडी को टक्कर मार दी और गाडी से उतरते ही पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी,पुलिस की जवाबी कार्रवाई दो गोलियां दोनों बदमासो के पैरों में लगी है,जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अगर हम एसीपी क्राइम की मानें तो काबू किए गए बदमासो में संजीत सोनी नामक बदमास गैंग का मुखिया है,जिसके ऊपर अभी तक कि जाच के दौरान 53 मुकदमें दर्ज होने का खुलासा हुआ है।जबकि दूसरे बदमास पर 25 से ज्यादा मुकदमें हैं,पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है काबू किए गए आरोपियों ने दिल्ली,फरीदाबाद,मोहाली,कुरुछेत्र आदि में वारदातों को अंजाम दिया है,आरोपियों से जो गाडी बरामद हुई है वह भी चोरी की है,इसके अलावा आरोपियो के पास से दो पिस्टल,कारतूस व ज्वेलरी बरामद हुई है।
फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों को काबू करने के बाद उपचार के लिए हस्प्ताल में दाखिल करा दिया है,जिनको हस्प्ताल से डिस्चार्ज कराने के बाद अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा जिनसे रिमांड के दौरान अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जाएगी,लेकिन देखना इस बात का होगा कि पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपियो द्वारा अन्य कितनी ओर वारदातों का ओर खुलासा किया जाता है,ओर पुलिस द्वारा कितनी बरामदगी की जाती है।