भोंडसी जेल में संदिग्ध अवस्था में व्यक्ति कि मौत-
मृतक का नाम लोकेश तंवर ,चेक बाउंस के केस में गया था जेल-
परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप-
परिजनों का आरोप जेल प्रशाशन द्वारा परिजनों को नही दी जानकारी-
सिविल अस्पताल में शव को छोड़ पुलिस वाले हुए फरार-
सोहना से संवाददाता सतीश कुमार राघव की रिपोर्ट-
सोहना के भोंडसी जिला मॉडर्न जेल में बंद एक व्यक्ति की संदिग्ध अवस्था मे मौत हो गई। मृतक व्यक्ति घामडोज गांव का रहने वाला लोकेश तंवर है और 80 प्रतिशत विकलांग है,जिसे पुलिस ने एक चैक बाउंस के मामले में 24 जून को उस समय गिरफ्तार किया था। जिस समय वह बीमारी से ग्रस्त था और घर पर बेड रेस्ट पर था.। लोकेश तंवर की अदालत में गिरफ्तारी के समय बेल लगाई गई थी,लेकिन उस दिन छुट्टी होने के कारण बेल नही हो सकी थी,हालाँकि बेल अदालत द्वारा 3 जुलाई को मंजूर की गई थी..लेकिन किसी कारण वश बेल ऑर्डर पर सिग्नेचर नही हो सके थे,जिस ऑर्डर पर 4 जुलाई तो सुबह हस्ताक्षर कराने के बाद जब परिजनआर्डर को भोंडसी जेल लेकर पहुँचे तो जानकारी मिली थी कि लोकेश की तबियत खराब होने के कारण उन्हें हस्पताल ले जाया गया है..लेकिन जब परिजन गुरुग्राम हस्पताल पहुँचे तो जानकारी मिली कि लोकेश की मौत हो चुकी है।
मृतक लोकेश की मौत को लेकर मृतक के परिजनों ने भोंडसी जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि लोकेश तंवर की तबियत खराब होने की जानकारी मृतक के परिजनों को नही दी गई।मौत का खुलासा उस समय हुआ जिस समय परिजन लोकेश तंवर के अदालत से बेल आर्डर लेकर जेल में गए थे,उस समय ना तो जेल प्रशासन की तरफ से लोकेश तंवर के बीमार होने की जानकारी परिजनों को दी गई,और ना ही उससे मिलवाया गया बल्कि जेल के पिछले गेट से गुपचुप तरीका से उसे एम्बुलेंस से गुरुग्राम के सरकारी हस्पताल पहुँचा दिया गया,.जहाँ पर डॉक्टरों ने लोकेश तंवर को मृत घोषित कर दिया।वहीँ परिजनों का आरोप है कि लोकेश तंवर की मौत जेल में ही हो चुकी थी और उसे मृत अवस्था मे जेल से हॉस्पिटल ले जाया गया था। लेकिन अब देखना इस बात का होगा कि पुलिस जांच के दौरान मामले की असल सच्चाई क्या सामने आती है और पुलिस द्वारा आगामी कार्यवाही क्या अमल में लाई जाती है?