गुरुग्राम में स्थानीय निकायों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आज से शुभारंभ होगा-
सम्मेलन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करेंगे-
देश में पहली बार शहरी स्थानीय निकायों का राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हो रही है –
मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी में यह सम्मेलन आयोजित होगा-
सम्मेलन का उद्देश्य शहरी प्रशासन को अधिक प्रभावी, समावेशी और उन्नत बनाना है-
गुरुग्राम ब्यूरो रिपोर्ट
गुरुग्राम में स्थानीय निकायों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आज से शुभारंभ होगा। इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करेंगे।देश में पहली बार शहरी स्थानीय निकायों का राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हो रही है।इस उद्घाटन में लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला के अलावा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल और केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल भी उपस्थित रहेंगे।इस सम्मेलन में देशभर से नगर निगमों के मेयर, आयुक्त एवं अन्य प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे ।मानेसर स्थित इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी में यह सम्मेलन आयोजित होगा और इस सम्मेलन में देशभर से 500 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे।
दरअसल इस सम्मेलन का उद्देश्य शहरी प्रशासन को अधिक प्रभावी, समावेशी और उन्नत बनाना है, जिससे विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को साकार किया जा सके।होनेवाले पहले दिन के कार्यक्रम में देश के प्रमुख नगरों-भुवनेश्वर, कोयंबटूर, सूरत, इंदौर, लखनऊ, पुणे और विशाखापट्टनम द्वारा अपने शहर में किए जानेवाले सर्वश्रेष्ठ कार्यप्रणालियों की प्रेजेंटेशन दी जाएंगी और साथ ही इन शहरों के मेयर या कमिश्नर अपनी बेहतर योजनाओं और हुए असीम विकास की जानकारी देंगे। इसके बाद पांच अलग-अलग उप विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित होंगी।सम्मेलन के पहले दिन इन सात नगर निगमों के कमिश्नर और मेयर अपने-अपने शहरों के विकास मॉडल और सर्वश्रेष्ठ कार्यों की प्रस्तुति देंगे।और जिनका प्रस्तुतिकरण सराहनीय होगा तो उनके मॉडल्स का उपयोग देश के अन्य शहरों में भी किया जा सकेगा।
हरियाणा विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य देशभर की नगर निकायों और प्रशासनिक इकाइयों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देना है और साथ ही नीतियों पर चर्चा के साथ-साथ लोकतंत्र को जमीनी स्तर तक ले जाना और जन-भागीदारी सुनिश्चित करना भी मुख्य लक्ष्य है।उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों को जिम्मेदार बनाकर लोकतंत्र को मजबूत किया जा सकता है। आज होनेवाले इस सम्मेलन पर सबकी नज़र है क्यूंकि कुछ न कुछ एक नया मॉडल जरूर उभरकर सामने आएगा जो विकास में अहम योगदान देगा ।