सोहना में तेंदुए ने मचाया आतंक,ग्रामीण हुए परेशान-
सिरसका फार्म हाउस के बाद खेड़ला गांव में मचाया तेंदुआ ने आतंक-
एक सप्ताह से लगातार गांव में शिकार कर रहा तेंदुआ-
वन विभाग कर रहा बड़े हादसे का इंतज़ार,अभी तक नही पकड़ा गया तेंदुआ-
डर के साए में जी रहे ग्रामीण महिला व बच्चों ने घर से निकलना किया बंद-
सोहना,हरियाणा वरदान संवाददता।
इन दिनों अरावली की पहाड़ी से नीचे उतरे तेंदुए का आतंक देखने को मिल रहा है,जो कि लगातार एक सप्ताह से अरावली पहाड़ी की तहलटी में बसे गांव खेड़ला में देखा जा रहा है,जिसने ग्रमीणों के बीच मे पूरी तरह से ख़ौफ़ पैदा कर दिया है।जहॉ एक तरफ गांव की महिला व बच्चे घर मे कैद हो गए है।वही दूसरी तरफ किसान भी अपने खेतों में काम करने तक की हिम्मत नही जुटा पा रहे है।अगर ग्रामीणों की माने तो तेंदुआ मवेशियों पर हमला करने के लिए आठ-दस फुट ऊंचे गेट व दीवारों को कूद कर घरों के अंदर आ जाता है जिसकी वजह से वह पूरी-पूरी रात अपने घरों के अंदर आग जलाकर बैठे रहते है।
ऐसा भी नही है कि तेंदुए के ख़ौफ़ में जी रहे ग्रमीणों ने तेंदुए को पकड़ने की गुहार वन विभाग से ना लगाई हो,लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक इस तेंदुआ को पकड़ा नही गया है।ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ जब कुत्तों व पशुओं पर हमला कर रहा है तो वह बच्चों पर भी हमला कर सकता है।लेकिन वन विभाग के अधिकारी पता नही इसको क्यो नही पकड़ रहे।वन विभाग की कार्यशैली को देखकर तो यही लगता है कि वन विभाग किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।
बतादें की एक सप्ताह पहले उक्त तेंदुआ को सोहना नगर परिषद के गांव सिरसका सिथित फार्म हाउस में देखा गया था।जिसकी तस्वीरे वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।लेकिन वहां से निकलने के बाद तभी से इस तेंदुआ ने खेड़ला गांव में आतंक मचाया हुआ है,जिसने ग्रामीणों के दिन का चैन ओर रात की नींद छीन ली है।हालांकि ऐसा भी नही है कि तेंदुआ का देखा जाना कोई पहली बात हो इससे पहले भी तेंदुआ को अरावली पहाड़ी की तलहटी में बसे कई गांवों के अंदर देखा जा चुका है,लेकिन नई बात यह है कि यह तेंदुआ एक सप्ताह से लगातार इसी गाँव मे आतंक मचा रहा है और कुत्तों व पशुओं पर हमला कर उनको अपना शिकार बना रहा है।लेकिन गनीमत की बात यह रही है तेंदुआ ने अभी तक किसी ग्रामीण पर हमला नही किया है।और शायद वन विभाग के अधिकारी भी इसी बात का इंतजार कर रहे है।लेकिन देखना इस बात का होगा कि वन विभाग की तरफ से इस तेंदुआ को पकड़ने के लिए किस तरह की कवायद शुरू की जाती है ओर इसे किसी बड़ी घटना के अंजाम देने से पहले ही काबू किया जाता है या नही।