दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के वीडियो संदेश पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। इस वीडियो में सुनीता केजरीवाल के पीछे दीवार पर शहीद भगत सिंह और भीमराव अंबेडकर के बीच अरविंद केजरीवाल की तस्वीर पर फोटो लगी थी। बीजेपी ने इस मामले में आम आदमी पार्टी पर सवाल खड़े करते हुए सीएम केजरीवाल की पत्नी पर भी निशाना साधा है। अब शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पोते ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। भगत सिंह के पोते यादवेंद्र सिंह ने इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यह देखकर उन्हें और भगत सिंह के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है। आप आदमी पार्टी को ऐसा नहीं करना चाहिए।
यादवेंद्र सिंह ने कहा कि किसी भी राजनेता को भगत सिंह और अंबेडकर जी के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए।मुझे पूरे भारतवर्ष से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भगत सिंह और बाबा साहेब के प्रेमियों को बहुत बुरा लगा है कि उनके साथ अरविंद केजरीवाल जी की तुलना की गई है। हम इनके दिखाए रास्तों पर चलने का प्रयास कर सकते हैं। भविष्य में आम आदमी पार्टी इससे बचे।
कौन हैं यादवेंद्र सिंह
यादवेंद्र सिंह शहीद भगत सिंह के पोते हैं। नेता हों या आम लोग, हर कोई उनका सम्मान करते हैं। उनके पिता का नाम बब्बर सिंह संधू है। यादवेन्द्र सिंह शहीद भगत सिंह ब्रिगेड के प्रेसिडेंट हैं। यह एक संगठन है जो देशभर में भगत सिंह के विचारों का प्रचार-प्रसार करता है। संगठन के जरिए यादवेंद्र सिंह शहीदों के परिजनों के अधिकारों की लड़ाई भी लड़ते हैं। 2022 में पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया था। वोटिंग से पहले उन्होंने फिरोजपुर निर्वाचन क्षेत्र से BJP प्रत्याशी राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के पक्ष में लोगों से वोट करने को कहा था। उन्होंने यह अपील वीडियो संदेश जारी करते हुए की थी।