जिले की खाप पंचायत ने पहलवान विनेश फोगाट को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। रोहतक के बोहर गांव में स्थित नांदल भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से खापों के प्रतिनिधि पहुंचे थे।
जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न खापों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने अपने 30वें जन्मदिन पर केक काटा।
अधिकतर खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि विनेश फोगाट गोल्ड मेडल की हकदार थी, लेकिन पेरिस ओलंपिक में उसे साजिश के तहत अयोग्य घोषित करवा दिया गया। खाप प्रतिनिधियों का इशारा भारत सरकार और बृजभूषण शरण सिंह की तरफ रहा।
‘बिना किसी डर के खेलें अपना खेल’
विनेश फोगाट ने संबोधित करते हुए कहा कि जो सम्मान आज मेरे समाज ने मुझे दिया है, वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल से कहीं ज्यादा है। मैं दिए गए सम्मान को कभी कम नहीं होने दूंगी और अपने समाज का मान सम्मान हमेशा ऊपर रखूंगी।
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है यह लड़ाई तो अभी शुरू हुई है। उन्होंने देश की खिलाड़ी बेटियों को आह्वान किया कि वह बिना किसी डर के अपना खेल खेलें और इसमें करियर बनाएं। मैं उनकी जीत में भी शामिल रहूंगी और हार पर भी उनका हौसला बनकर साथ रहूंगी।
‘आज पिताजी जिंदा होते तो बहुत खुश होते’
विनेश फोगाट ने कहा कि आज मेरे पिताजी इस दुनिया में नहीं है, लेकिन आज का यह सम्मान देखकर वह भी बहुत खुश होते। सम्मान समारोह में विनेश फोगाट की मां, द्रोणाचार्य अवार्डी पहलवान महावीर फोगाट, साक्षी मलिक की मां सुदेश मलिक के अलावा काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
सम्मान समारोह के संयोजक नांदल खाप के प्रधान ओमप्रकाश नांदल ने सभी खाप प्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया और उनका धन्यवाद किया।