भारतीय जनता पार्टी की ओर से शनिवार को गोहाना में युवा चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें बतौर मुख्य वक्ता पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहुंचे और उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग जाति की राजनीति करते हैं और जाति की बात करते हैं, उन्हें आखिर में अपने परिवार के सगे-संबंधियों के अलावा कुछ नहीं दिखता है। उन्हें अपने परिवार की ही पीड़ा नजर आती है। इस व्यवस्था को भाजपा शासन ने खत्म किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पारदर्शिता के आधार पर लोगों को रोजगार देना शुरू किया है, जिसमें योग्यता के आधार पर बहुत जाट युवाओं को नौकरी भी मिली है। बिना खर्ची-पर्ची हमने नौकरी देना शुरू किया है। हमारी सरकार ने आखिरी कतार में खड़े युवाओं को नौकरी देकर समानता से जीने का मौका दिया है, ताकि गरीबों के घर में भी दिया जल सके। उन्होंने कहा कि पहले किस प्रकार जमीनें छीनी जाती थी और कौड़ियों के भाव उसका मुआवजा मिलता था।
कई साल तक मामला कोर्ट में चलता था। आज हमने अपने शासन में एक इंच जमीन अधिग्रहण नहीं की है। जहां भी हमने भूमि अधिग्रहण की तो वहां पर किसानों की सहमति ली गई है। किसानों को बाजार भाव के अनुसार ही मुआवजा दिया जा रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि अपने महानुभवों और महापुरुषों को सम्मान देने का भी काम किया है। वर्ष 2014 तक किसी भी सरकार में जो जाति की बात करते थे, वहां पुरुषों की बात करते थे, उनको छोटूराम जी भी याद नहीं आया करते थे।
उनके गांव में कहीं भी छोटू राम के नाम पर चार ईंट नहीं लगाई गई। हमारी सरकार ने छोटू राम की 65 फुट पहुंची प्रतिमा लगाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतक के गढ़ी-सापला में आकर सर छोटूराम की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया था। धन्ना जाट के नाम से हमने एक बड़ा मेडिकल कॉलेज बनवाया है। साथ ही हमारे ही शासन में चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया गया। हमने देश के अंदर बहुत राज्यपाल लगाएं और वह लोग कोई दरबारी जाट नहीं थे, वे ऐसे जाट थे, जिन्होंने समाज के लिए और देश की व्यवस्था के लिए बहुत सारे काम किए। मनोहर लाल जी से संवाद करते हुए युवाओं ने प्रश्न भी पूछे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके उत्तर भी दिए। उन्होंने अपराधियों के संबंध में किए गए एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि आने वाले समय में अपराधियों को चुन-चुन कर निपटने का काम करेंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि भाजपा की सरकार में ही खेलों का बजट 2000 करोड़ से बढ़कर 12000 करोड़ रुपए तक कर दिया गया है, ताकि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा खेलों की सुविधा मिल सके।