सम्राट मिहिर भोज को लेकर चल रहे दो समुदायों के विवाद को लेकर गुर्जर नेता अंतराम तंवर द्वारा राजपूत समाज के लिए बोले गए अपशब्दों को लेकर राजपूत समाज द्वारा एक बैठक का आयोजन गुरुग्राम के मैत्री भवन में किया गया।
इस बैठक में समाज के सभी प्रबुद्ध लोगो ने पहुंचकर दो समुदायों के बीच मिहिर भोज को लेकर चल रहे आपसी विवाद को लेकर अपने अपने विचार रखे। कई घंटों तक चली इस बैठक में 21 लोगो की एक कमेटी बनाई गई जो कमेटी 24 जून के बाद अपना अगला निर्णय लेगी कि कई सालों से चले आ रहे इस विवाद को कैसे खत्म किया जाए।
इस बैठक में उपस्थित लोगों का स्पस्ट रूप से कहना था कि राजपूत समाज ने हमेशा से अपनी अग्रणी भूमिका निभाते हुए रक्षा करने का काम किया है और आगे भी करते रहेंगे ये जग जाहिर है इसमें हमे किसी का सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नही है। इस काम को आगे भी करते रहेंगे लेकिन देखने मे आ रहा है कि कुछ सालों से दोनो समाजो के बीच कुछ लोगो द्वारा सम्राट मिहिर भोज को लेकर जुबानी जंग चल रही है। जिस जुबानी जंग को लेकर दोनों समाजो का आपसी भाई चारा खराब ना हो और दोनों समाजो के बीच आपसी भाईचारे को कैसे कायब रखा जा सके। इस विषय का समाधान निकालने के लिए समाज के प्रबुद्ध लोगों की बैठक बुलाई गई है।
बतादें कि क्षत्रिय समाज के प्रबुद्ध लोगों द्वारा कई घंटों तक चली इस बैठक में मंथन करने के बाद एक 21 सदसयीय कमेटी का गठन किया गया है। जो कमेटी 24 जून के बाद अपना अगला निर्णय लेगी लेकिन देखना इस बात का होगा कि क्या राजपूत समाज द्वारा गुर्जर नेता द्वारा बोले गए बड़बोलो को लेकर पंचायत का आयोजन करती है या फिर दोनों समाजो के प्रबुद्ध लोग इस मसले को आपस मे बैठकर निपटाते है।