हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा के बाद जहां पार्टी में विभिन्न स्थानों पर बगावत के सुर मुखर हो रहे हैं, वहीं हुड्डा और एसआरके (कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी) गुट की तनातनी भी कम होने का नाम नहीं ले रही।
सैलजा न्योता देंगी तो नामांकन कराने जाएंगे: उदयभान
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान ने जहां सभी लोकसभा क्षेत्रों में खुद जाकर शक्ति प्रदर्शन के साथ पार्टी प्रत्याशियों का नामांकन कराने की रणनीति बनाई है।
वहीं कुमारी सैलजा के नामांकन से फिलहाल दूरी बना ली है। हालांकि चौधरी उदयभान ने कहा कि अगर सैलजा न्योता देती हैं तो हम नामांकन दाखिल कराने जाएंगे।
जब बुलाया जाएगा तब जाएंगे: बीरेंद्र सिंह
बृजेंद्र सिंह को टिकट नहीं मिलने से नाखुश पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह पहले ही कह चुके हैं कि वह प्रचार में तभी शामिल होंगे, जब उन्हें बुलाया जाएगा।
जजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह व अन्य नेताओं को पार्टी में शामिल कराने के बाद मीडिया से बातचीत में चौधरी उदयभान ने बताया कि सिरसा और गुरुग्राम को छोड़कर सभी लोकसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन का शेड्यूल जारी कर दिया गया है।
एक मई को सतपाल ब्रह्मचारी करेंगे नामांकन
एक मई को सोनीपत में सतपाल ब्रह्मचारी और करनाल में दिव्यांशु बुद्धिराजा नामांकन करेंगे। दो मई को अंबाला सुरक्षित से वरुण चौधरी और कुरुक्षेत्र में आम आदमी पार्टी के डॉ. सुशील गुप्ता, तीन मई को भिवानी-महेंद्रगढ़ में राव दान सिंह।
चार मई को रोहतक में दीपेंद्र हुड्डा और छह मई को हिसार में जयप्रकाश जेपी नामांकन करेंगे। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष के साथ हुड्डा भी मौजूद रहेंगे।
कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर चौधरी उदयभान ने दावा किया कि सभी कांग्रेसी एकजुट हैं। साथ ही कहा कि कुछ स्वाभाविक नाराजगी होती है। जिसको टिकट नहीं मिलेगा, उसकी नाराजगी स्वाभाविक है। जिसे टिकट नहीं मिला, उन सबसे मिलकर उन्हें मना लेंगे।
कहां से कहां पहुंच गया हरियाणा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पार्टी के प्रति लगातार जनता का रुझान व समर्थन बढ़ता जा रहा है। रोज नए साथी कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। यह इस बात की गारंटी है कि हरियाणा में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी।
लेकिन इससे पहले लोकसभा के चुनाव हैं और सभी कांग्रेसजनों को देश में आइएनडीआइ गठबंधन की सरकार बनाने के लिए पुरजोर तरीके से जमीनी स्तर पर मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हरियाणा कहां से कहां पहुंच गया, यह सब जानते हैं।
वर्ष 2014 में प्रति व्यक्ति आय, निवेश, खेल, कानून व्यवस्था सहित अन्य क्षेत्रों में नंबर वन रहा हरियाणा आज बेरोजगारी, महंगाई और अपराध में नंबर वन हो गया है। महिला पहलवानों को सड़कों पर आंदोलन करना पड़ा। भाजपा कोई वादा पूरा नहीं कर पाई, जिससे हर वर्ग असंतुष्ट है।