हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार को 67 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है। जिसके बाद पार्टी में हड़कंप मचा है। एक के बाद एक 5 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं कुछ नेता टिकट न मिलने के बाद अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं और आगे की रणनीति बना रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन ने रोते हुए कार्यकर्त्ताओं के साथ बात की। उन्होंने पार्टी को टिकट को टिकट बदलने की चेतावनी भी दी है।
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने बुधवार को जारी की उम्मीदवारों की सूची में सोनीपत शहरी सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन का टिकट कटने के बाद उनका दर्द आंसू बनकर छलक पड़ा। उन्होंने कहा कि शिद्दत से सेवा के बावजूद अनदेखी किए जाने से पीड़ा हुई है। पार्टी सोनीपत विधानसभा सीट पर टिकट को लेकर अपना निर्णय बदलें। 8 सितंबर को बैठक बुलाकर मामले में आगामी निर्णय लेंगी। बता दें कि उनके कई समर्थकों ने देर रात भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कविता जैन को टिकट नहीं दिए जाने पर नाराजगी जताई थी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन व भाजपा नेता राजीव जैन ने वीरवार को पुरखास अड्डा स्थित कार्यालय में समर्थकों व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। उन्होंने सोनीपत सीट से मेयर निखिल मदान को टिकट देने पर चर्चा की। बैठक में कार्यकर्ताओं, सामाजिक-धार्मिक संगठनों के लोगों ने एकत्रित होकर पूर्व मंत्री कविता जैन की टिकट कटने पर नाराजगी जताई। उन्होंने पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सोनीपत की जनता की सेवा के लिए उन्होंने पति राजीव जैन के साथ 38 वर्ष दिए हैं।
इन लोगों की भलाई से लेकर संगठन को बुनने के लिए उन्होंने दिन-रात जो मेहनत की है, उसकी अनदेखी किए जाने से इलाके के लोगों में रोष है। 8 सितंबर को सोनीपत हलके के कार्यकर्ताओं व क्षेत्र की जनता उनके अगले राजनीतिक कदम के लिए जो निर्णय लेगी, हम उसे सिर-माथे करते हुए अपनी आगामी जिम्मेदारी को निभाएंगे।
पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि संगठन की मजबूती व हर जिम्मेदारी को निभाने के लिए उन्होंने पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी दरकिनार किया। उन्होंने भावुक होकर कहा कि संगठन कहता कि चुनाव नहीं लड़वाएंगे और केवल संगठन का काम करवाएंगे तो हम उनके आदेश का पालन करते। मंडल, बूथ से लेकर पन्ना प्रमुख स्तर पर संगठन को शिद्दत से मजबूत किए जाने से लेकर यात्राएं, रैली को अपने बूते पर करने के बावजूद उनकी अनदेखी किए जाने से पीड़ा हुई है।