सोहना खंड के राजपूत बामूल्य गांव दौहला के निवासी विकास राघव करीब पांच साल पहले माँ भारती की रक्षा करने के लिए 2 राजपूत रेजिमेंट में फतेहगढ़ सेंटर से भर्ती हुए थे। जो फिलहाल 10 राजपूत रेजिमेंट में जम्मू कश्मीर के डोडा में तैनात थे। जो एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वीर गति को प्राप्त हो गए। जिनके पार्थिव शरीर को दोपहर तक उनके पैतृक गांव दौहला में लाया जाएगा। सैन्य सम्मान के साथ गांव की शमशान भूमि में पंचत्व में विलीन किया जाएगा
बतादे की विकास राघव एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता था। जो कि अपने भाई बहनों में सबसे छोटा था। विकास राघव का एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन है। जिसकी शादी करीब दो साल पहले हो चुकी है। वही विकास के बड़े भाई की शादी भी हो चुकी है।
जो कि एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है वही विकास परिवार में सबसे छोटा था जिसकी शादी अभी दो माह बाद होनी थी। विकास के पिता पहले प्राइवेट जॉब करते है। लेकिन फिलहाल घर पर ही रहते है। जिसकी माता गृहणी है।
बतादे की देश के नाम अपनी सहादत देने वाला विकास राघव बड़ा की हसमुख व नेकदिल इंसान था। जिनकी सहादत के बाद गांव सहित पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है।अभी तक मिली जानकारी के अनुसार विकास राघव का पार्थिव शरीर दोपहर बाद उनके पैतृक गांव दौहला पहुँचेगा जहॉ पर पहले उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा जिसके बाद गमगीन माहौल में उसके विकास राघव के पार्थिव शरीर को गांव की शमशान भूमि के अंदर पंचत्व में विलीन किया जाएगा।