मौसम विभाग द्वारा बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है। लेकिन उसके बावजूद भी शिक्षा विभाग स्कूली बच्चों को लेकर बिल्कुल चिंचित दिखाई नही दे रहा है। दरअसल ऐसा हम इसलिए बोल रहे है कि अधिकतर निजी स्कूलों ने अपने-अपने स्कूलों के बच्चो को स्कूल तक लाने व वापस ले जाने के लिए प्राइवेट वाहन को कॉन्टेक्ट दिए हुए है। जो ना तो शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई गाइड लाइन को पूरा करते है।
ना ही इन वाहनों में स्कूली बच्चे सुरक्षित है। जिनके खिलाफ जहां एक तरफ जिले का आरटीओ विभाग कोई कार्यवाही करने के लिए तैयार नही है। वही दूसरी तरफ आपने आपको हाईटेक बनाने का ढ़िढोरा पीटने वाली साइबर सिटी की पुलिस भी आँखे बंद करके बैठी हुई है।
बता दें मूसलाधार बारिश के बाद साइबर सिटी की सड़कें दरयाव बन गई है। नोनिहाल बच्चों से भरी हुई एक निजी स्कूल की इको गाड़ी पानी के अंदर फसी गयी। जिसके अंदर बैठे बच्चे चीख पुकार मचा रहे थे। लेकिन इन बच्चो की फिक्र ना तो स्कूल संचालक को है और ना ही स्थानीय प्रशानिक अशिकारियो को गाड़ी को पानी मे डूबता देख स्थानीय लोगो ने नोनिहाल बच्चो को अपने कंधों पर बैठाकर पानी से बाहर निकाल कर उनकी जान को सुरक्षित किया। इन तस्वीरों ने स्थानीय प्रशाशन व निजी स्कूल संचालकों के दावों की पोल खोल कर रख दी है।