चार दिन पहले गायब हुए संत परमानंद का अरावली पहाड़ी की झाड़ियों में मिला शव…
करीब 25 वर्षों से थे भोंडसी गीतानंद आश्रम के महंत..
80 वर्षीय बुजुर्ग का शव अरावली पहाड़ी की झाड़ियों में मिलना संदिग्ध..
चार दिनों से ग्रामीण महंत परमानंद की कर रहे थे तलास,पुलिस को भी दी थी सूचना…
बृहस्पतिवार सुबह ग्रमीणों ने शव को खोजने के बाद दी पुलिस को जानकारी…
भौंडसी थाना पुलिस,सीन ऑफ क्राइम टीम व फिंगर एक्सपर्ट टीम कार्यवाही में जुटी…
करीब 25 सालों से भोंडसी के गीतानंद आश्रम में रहने वाले करीब 80 वर्षीय महंत परमानंद का शव अरावली पहाड़ी की झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला है..शव से कुछ दूर पहले महंत की दोनों चप्पल अलग-अलग पड़ी हुई मिली है..शव के पास एक लाठी व कपड़ा पड़े हुए थे..जैसे ही महंत के शव को ग्रामीणों ने देखा वैसे ही पूरे गाँव ।के यह खबर आग की तरह फैल गई और पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई..जिसकी सूचना भोंडसी थाना पुलिस को दी गई.जानकारी मिलने के बाद भौंडसी थाना पुलिस सीन ऑफ क्राइम टीम व फिंगर एक्सपर्ट की टीम मौके पर पहुँची जिंन्होने अपनी आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है…..
बतादे की परमानंद नामक महंत करीब 25 वर्षों से भोंडसी के गीतानंद आश्रम पर रहते थे जो कि चार दिन पहले मंदिर से अचानक गायब हो गए थे जो कि अरावली की पहाड़ी के पास एक अन्य संत को मिले थे..जिंन्होने उनसे भंडारे के बारे में पूछा था..वही गीतानंद आश्रम के पुजारी जयानंद की माने तो वह हर साल की भांति इस साल भी होने वाले भंडारे का निमंत्रण देने के लिए गए थे जिसके बाद महंत अचानक गायब हो गए जिनकी जानकारी पुलिस व ग्रामीणों को दी गई..जिनकी तलास उसी दिन से की जा रही थी जिनका शव आज ऐसे स्थान पर मिला है जहां पर वह स्वयं चलकर नही जा सकते..जिनकी मौत संदिग्ध लग रही है..
भोंडसी के ग्रामीणों द्वारा मंहत परमानंद को 7 तारीख से ही खोजा जा रहा था लेकिन उनकी कही कोई जानकारी नही मिली लेकिन जैसे ही आज गर्मिन उनको अरावली की पहाड़ी पर तलास रहे थे तभी उनको वहां से बदबू आई जिसके बाद वहां जाकर देखा तो परमानंद का शव पड़ा हुआ था जिसकी जानकारी पुलिस को दी गई..मौके पर पहुची पुलिस ने अपनी जाच शुरू कर दी है..लेकिन देखना इस बात का होगा कि पुलिस जाच के दौरान महंत की मौत के असल कारण क्या सामने आते है.ओर पुलिस महंत की मौत के कारणों का कब तक खुलासा करती है..