हरियाणा के जिला गुरुग्राम के राजपूत बाहुल्य गांव दौहला के निवासी 24 वर्षीय विकास राघव साल 2019 को फतेहगढ़ सेंटर से माँ भारती की रक्षा करने के लिए भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वे जम्मू कश्मीर के डोडा में तैनात थे। 23 अगस्त को एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। जिनके पार्थिव शरीर को 25 अगस्त को सेना की टुकड़ी द्वारा एक विशेष विमान के जरिये दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया। जहां से उनके पार्थिव शरीर को सेना की गाड़ी द्वारा भारी भीड़ के बीच गमगीन माहौल में उनके पैतृक गांव दोहला में लाया गया।
वहीं गांव की शमशान भूमि में सैन्य सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर को पंचत्व में विलीन किया गया। लेकिन अफसोस इस बात का है कि जब से शहीद का अंतिम संस्कार किया गया है तब से अभी तक ना तो कोई सरकार का उच्च अधिकारी पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए पहुँचा है और ना ही इस दुख की घड़ी में मौजूदा सरकार के किसी मंत्री व मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार के बीच पहुँचकर उनका ढाढस बांधना व सांत्वना देने ठीक समझा है। सरकार के इस रवैये गांव में इलाके के लोगो मे भारी रोष व्याप्त है।
गौरतलब है की जिस समय शहीद के पार्थिव शरीर को भारत माता की जय,वंदे मातरम व विकास राघव अमर रहे जैसे उद्घोष लगाते हुए भारी भीड़ के बीच विकास राघव के पार्थिव शरीर को गांव में लाया गया था । शहीद के घर से लेकर पूरे गांव में मातम पसरा हुआ था। इलाके के लोग शहीद के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको श्रदांजलि दे रहे है। लेकिन शहीद का परिवार पूरी तरह से सदमे मै है क्योंकि विकास राघव की करीब एक माह पहले रिंग सेरेमनी हुई थी और 17 नंवम्बर को शादी थी यानी कि जिस घर के अंदर खुशियां आने वाली तो वहां पर आज पूरी तरह से मातम पसरा हुआ है। अगर हम बात करे शहीद के परिजनों की तो उनका रो-रो कर बुरा हाल है। जिनको सिर्फ एक ही अफसोस है कि एक तरफ तो सरकार शहीदों के सम्मान की बात करती है। लेकिन आज तक सरकार का कोई भी नुमाईंदा शहीद के पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने तक उनके घर नही पहुँचा है।
बतादे की 24 साल का जवान माँ भारती की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो जाता है। तो आप खुद सोच सकते है कि परिवार में कैसा माहौल होगा और शहीद के माता पिता पर क्या बीत रही होगी। लेकिन सरकार के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक को सिर्फ चुनाव दिखाई दे रहे है। ऐसे में नेताओ को देश लिए सहादत देने वाले शहीद के कोई फिक्र नही है। बतादे की 2सितंबर को शहीद के श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।