हरियाणा में आज तक ऐसी एक भी चित्रयुक्त डाक मुहर नहीं बनी, जिसमें प्रदेश के पर्यटन या राजकीय महत्व व विशेषता का उल्लेख हो, लेकिन जींद की तहसील जुलाना के गांव किला जफरगढ़ के डाकखाने की मुहर पर उस गांव की पहचान ‘जफरगढ़ का किला’ अंकित किया जा रहा है। शुक्रवार को जफरगढ़ के डाकखाने में यह इतिहास रचा जाएगा।
हरियाणा का पहला पीपीसी डिजाइन कर किला जफरगढ़ में जारी करवाने वाले सिद्धार्थ सहराय बताते हैं कि डाक मुहर का सफर करीब 1 साल में तय किया गया। इसका डिजाइन तैयार करने के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए इसे हरियाणा के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के निदेशक (आईएएस) अमित खत्री के पास भेजा। यहां से डिजाइन को सहमति मिलने के बाद जुलाना में पंचायत की बैठक में जनसमर्थन जुटाया।
ग्राम पंचायत किला जफरगढ़ व विधायक जुलाना का अनुशंसा पत्र व जनसमर्थन की काॅपी सहित प्रारूप मीरा शेरिंग, तत्कालीन चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अंबाला (हरियाणा सर्किल) को भेजा। वहां से जवाब न आने पर डाक भवन, नई दिल्ली में तत्कालीन संचार मंत्री अश्वनी वैष्णव को फरवरी 2024 में चिट्ठी लिखी। हरियाणा के हर जिले में फिलेटली का डाटा बताते हुए संचार मंत्री को अवगत कराया और पीपीसी की जरूरत को जोर देते हुए इसे जारी करने का निवेदन किया।
मार्च 2024 में असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल सुबोध शर्मा ने अंबाला स्थित हरियाणा सर्किल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल से प्रगति रिपर्ट मांगी, फिर संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को चिट्ठी लिखी, तब असिस्टेंट डायरेक्टर फिलेटली मनीष कुमार श्रीवास्तव की ओर से बताया गया कि आचार संहित लागू होने के कारण कार्य की प्रगति नहीं हो पा रही थी, लेकिन अब जुलाई में सीनियर सुप्रिंटेंडेंट ऑफ पोस्ट करनाल डिविजन की ओर से किला जफरगढ़ में हरियाणा की पीपीसी को किला जफरगढ़ ब्रांच पोस्ट आफिस में जारी करने का निर्णय लिया गया है। शुक्रवार को मुहर जारी करने के समय चंडीगढ़ स्थित हरियाणा पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की ओर से एक टीम आएगी जो यहां स्टाॅल लगाएगी। इसमें राखीगढ़ी सहित 12 राज्य संरक्षित स्मारकों के ऊपर जारी किए गए डाक टिकट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करते समय निदेशक अमित खत्री की टिप्पणी
चूंकि किला जफरगढ़ का दुर्ग पुरातत्व व संग्रहालय विभाग के अंतर्गत आने वाला एक राज्य संरक्षित स्मारक है। अतः हमारे विभाग को सिद्धार्थ जी के द्वारा पीपीसी डाक मुहर जारी करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने की अर्जी पिछले वर्ष अगस्त में प्राप्त हुई। विभाग हरियाणा के युवा वर्ग में अपनी धरोहर को संजोने की भावना उत्पन्न करने के लिए तत्पर है, इसलिए त्वरित प्रभाव से उक्त डिजाइन पर अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, जिसके बाद चीफ पोस्ट मास्टर जनरल हरियाणा को आवेदन भेजा गया। सभी युवाओं में अपनी धरोहर और इतिहास के प्रति जुड़ाव और सम्मान होना चाहिए। -अमित खत्री आईएएस , निदेशक पुरातत्व एवं संग्राहलय विभाग, हरियाणा
फिलेटली – डाक संबंधी वस्तुओं का संग्रह करना
फिलेटली का डाटा : हर पोस्टल डिविजन में डाक संग्रह करने के शाैकीन लोगों के लिए फिलेटलिक डिपाॅजिट अकाउंट की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जिसमें समय-समय पर जारी होने वाली स्मारक डाक टिकट आपके स्थायी पते पर भेज दिए जाते हैं। इसके अतिरिक्त पोस्टल कवर सहित पोस्ट कार्ड, फस्ट डे कवर भी आपके स्थायी पते पर भेजे जाते हैं। स्कूली बच्चों के भीतर फिलेटली को बढ़ावा देने के लिए दीनदयाल स्पर्श योजना के आवेदन भी मांगे जाते हैं। इसके तहत चयनित बच्चों को निशुल्क संग्रह करने के लिए डाक टिकट संबंधी वस्तुएं दी जाती हैं। देश भर में आयेाजित होने वले ढाई अख्खर लेखन प्रतियोगिता की जाती है। हरियाणा की तरफ से इसमें आवेदन करने वालों की संख्या चिंताजनक है।