हरियाणा में लोकसभा चुनाव में कई दिग्गजों के विधानसभा क्षेत्रों में कम मतदान से समर्थकों की धड़कनें बढ़ गई हैं। नायब सरकार के कुछ मंत्रियों के हलकों में कम मतदान प्रतिशत से जहां कई तरह के सवाल उठ रहे हैं, वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के कई विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में अधिक मतदान नए समीकरण बनाता नजर आ रहा है।
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के विधानसभा क्षेत्र बड़खल में सिर्फ 51 प्रतिशत मतदान हुआ, जो न केवल फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र, बल्कि पूरे प्रदेश में सबसे कम है। उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा के हलके बल्लभगढ़ में मतदान 54 प्रतिशत से आगे नहीं बढ़ पाया। अंबाला संसदीय क्षेत्र में विधानसभा अध्यक्ष डा. ज्ञानचंद गुप्ता के हलके पंचकूला में सबसे कम 56 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि परिवहन मंत्री असीम गोयल के हलके अंबाला शहर और और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के हलके अंबाला कैंट में मतदान प्रतिशत 62 प्रतिशत पर रहा।
अंबाला से कांग्रेस प्रत्याशी वरुण चौधरी के हलके मुलाना में 69 प्रतिशत मतदान हुआ है। हैवीवेट कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर के हलके जगाधरी में 74 प्रतिशत मतदान हुआ। सढ़ोरा में 70 प्रतिशत मतदान हुआ। यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र में 64 प्रतिशत मतदान हुआ है, जहां से भाजपा के विधायक घनश्यामदास अरोड़ा हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पैतृक हलके नारायणगढ़ में 69 प्रतिशत मतदान हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विधानसभा क्षेत्र रहे करनाल में 57 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।
रोहतक लोकसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हलके गढ़ी-सांपला-किलोई और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के हलके महम में 79 प्रतिशत मतदान हुआ है। सोनीपत संसदीय क्षेत्र में से भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली के हलके राई में 67 प्रतिशत और कांग्रेस विधायक इंदुराज भालू के हलके बरोदा में 62 प्रतिशत मतदान हुआ। भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के घराने की विरासत संभाल रही किरण चौधरी के हलके तोशाम में 57 प्रतिशत मतदान हो सका।
हिसार संसदीय क्षेत्र के बवानी खेड़ा हलके में 60 प्रतिशत मतदाताओं ने लोकतंत्र के उत्सव में हिस्सा लिया, जो नायब सरकार में मंत्री विशंभर वाल्मीकि का विधानसभा क्षेत्र है। कुरुक्षेत्र से इनेलो के लोकसभा प्रत्याशी अभय सिंह चौटाला के विधानसभा क्षेत्र ऐलनाबाद में 75 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है। यह हलका सिरसा संसदीय क्षेत्र में पड़ता है। हलोपा विधायक गोपाल कांडा के हलके सिरसा में 63 प्रतिशत मतदान हुआ।
पिछले लोकसभा चुनावों के मुकाबले इस बार कम मतदान को भाजपा अपने हक में मान रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ अधिक मतदान कांग्रेस को रास आ रहा है। किसान आंदोलन से सर्वाधिक प्रभावित अंबाला, सिरसा और कुरुक्षेत्र में मतदान अधिक हुआ है। सिरसा में भाजपा के अशोक तंवर और कांग्रेस की कुमारी सैलजा, अंबाला में कांग्रेस के वरुण मुलाना और भाजपा की बंतो कटारिया तथा कुरुक्षेत्र में भाजपा के नवीन जिंदल, आइएनडीआइए गठबंधन के डा. सुशील गुप्ता और इनेलो के अभय चौटाला में कड़ा मुकाबला है।