जेल में बंद गैंगस्टर मोनू राणा को सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में जिला जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत शनिवार से पांच दिन के अवकाश पर हैं।
उन्होंने मुख्यालय को पांच दिन की छुट्टी भेजी थी। उन्हें 3 सितंबर को पंचकूला स्थित राज्य अपराध अनुसंधान शाखा के समक्ष पेश होना है। राज्य अपराध शाखा पंचकूला की ओर से कुछ दिन पहले उनके कार्यालय में आकर जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया गया था।
वहीं, मामले में गिरफ्तार किए गए जेल के सहायक अधीक्षक (लाइन ऑफिसर) अश्विनी और जेल वार्डर किशोरी का एक दिन का पुलिस रिमांड समाप्त होने पर सोमवार को उन्हें सीजेएम डॉ. मोहिनी की अदालत में पेश किया।
अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। दूसरी ओर अश्विनी और किशोरी ने अदालत में जमानत याचिका दायर की। इस पर पांच सितंबर को सुनवाई होगी।
पिछले साल 22 लोगों ने गंवाई थी जान
बता दें कि यमुनानगर में पिछले वर्ष नवंबर में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मौत हुई थी। अंबाला के गांव धनौरा स्थित जिस फैक्ट्री से जहरीली शराब सप्लाई हुई थी। उस फैक्ट्री को जेल में बंद गैंगस्टर मोनू राणा व अंकित उर्फ मोगली चला रहे थे।
पुलिस ने मोनू राणा को दो दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लेकर उससे पूछताछ की थी। इसमें राजफाश हुआ था कि मोनू राणा जेल से ही शराब कारोबार का नेटवर्क चला रहा है। उसको जेल में मोबाइल से लेकर अन्य सुविधाएं दी गई थीं।
मोनू राणा ने फोन जेल की भट्ठी में जलाने की बात कही थी। जेल में मोनू राणा को सुविधाएं देने व शराब रैकेट चलाने में मददगार के तौर पर जेल अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम आए थे। यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया की शिकायत पर कुरुक्षेत्र के शहर थाना पुलिस में केस दर्ज किया गया था।