पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के बावजूद पदक जीत पाने से वंचित रहीं विनेश फाेगाट आज अपने पैतृक गांव बलाली आएंगी। इमलोटा गांव से विनेश का स्वागत किया जाएगा। इसके बाद आदमपुर डाढी गांव तक 11 जगह जिलावासी फौलादी बिटिया का हौसला बढ़ाएंगे। वहीं, बलाली गांव के लोगों को विनेश के लौटने का इंतजार है। पूरा गांव होनहार बेटी का मनोबल बढ़ाएगा।
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट के भाई हरिंदर पुनिया ने कहा कि सभी लोग उनको हौसला देने के लिए आगे आ रहे हैं। उनके पैतृक गांव में उनके स्वागत की तैयारियां चल रही हैं…वो पदक नहीं जीत सकी लेकिन इससे हमारा हौसला कम नहीं हुआ है और निश्चित रूप से ये ओलंपिक में स्वर्ण पदक जैसा है।
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि आज बहुत बड़ा दिन है। विनेश ने देश और महिलाओं के लिए जो किया है, वह बेहतरीन है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें यह सम्मान मिलता रहेगा।
एयरपोर्ट पर विनेश फोगाट साक्षी मलिक के गले लगकर रोने लगी।
भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि इतना प्यार और सम्मान देने के लिए मैं अपने देशवासियों की शुक्रगुजार हूं।
विनेश फोगाट के स्वागत के लिए बॉक्सर विजेंद्ग एयरपोर्ट पर पहुंचे
मनीष सिसोदिया ने एक्स पर लिखा है कि विनेश, आप सिर्फ अपने प्रतिद्वंद्वी से नहीं, बल्कि एक पूरे सिस्टम से लड़ रही थीं, जो आपको नष्ट करने पर तुला हुआ था। फिर भी, सभी कठिनाइयों को पार करते हुए, आपने भारत माँ को गौरवान्वित किया है। आपके साहस की कहानियाँ पीढ़ियों तक याद की जाएंगी और सुनाई जाएंगी।
दिल्ली स्वागत के लिए पहुंची पहलवान विनेश फोगट की मां प्रेमलता ने कहा कि हमारे गांव और आस-पास के इलाकों से हर कोई उसका स्वागत करने के लिए यहां आया है। हम उसका अभिनंदन करेंगे…वह मेरे लिए चैंपियन है। देश ने उसे स्वर्ण पदक से भी ज्यादा सम्मान दिया है।