पुलिस ने साइबर ठगों को बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 38 एटीएम कार्ड, 30 चेक बुक व पासबुक, सिम कार्ड समेत आठ मोबाइल, एक पासपोर्ट, एक फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बरामद किया है। पुलिस ने पूछताछ के लिए आरोपियों को न्यायालय में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।
एक महिला ने साइबर थाना मानेसर में दी शिकायत में बताया था कि 23 मार्च को एक व्यक्ति ने फेडेक्स पार्सल के नाम पर कॉल करके मुंबई पुलिस के अधिकारी से उनकी बात कराई। आरोपी ने उनसे ड्रग्स तस्करी का हवाला देकर 20 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। एसीपी प्रियांशु दीवान के निर्देशानुसार थाना साइबर अपराध मानेसर की पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को 31 मार्च को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान नागौर राजस्थान निवासी आशुतोष उर्फ रोहित और मोहित के रूप में हुई।
पूछताछ में पता चला कि पीड़िता से ठगी गई राशि आरोपी आशुतोष के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई थी। बैंक खाता आरोपी ने फर्जी आधार कार्ड से खुलवाया था। आरोपी आशुतोष फर्जी तरीके से बैंक खाते खुलवाकर अपने एक अन्य साथी मोहित (पहले गिरफ्तार हो चुका है) को दे देता था। मोहित उन खातों को आगे साइबर ठगों को बेच देता था। पुलिस टीम ने आरोपियों के कब्जे से 38 एटीएम कार्ड, 30 चेक बुक व पासबुक, 8 मोबाइल फोन, 8 सिम कार्ड्स, 1 पासपोर्ट, 1 फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस ने पूछताछ के लिए आरोपियों को न्यायालय में पेश करके 3 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों से अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपियों के बारे में गहनता से पूछताछ करेगी।
पुलिस बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है
पुलिस इन मामलोें में अलग-अलग बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों आरोपी दस से बीस हजार में साइबर ठगों को खाते बेचते थे। ऐसे में पुलिस दोनों से पूछताछ कर बैंक खाता खुलवाने वाले की जानकारी लेगी। इससे और मामलों का खुलासा होने की संभावना है। पुलिस को शक है कि इसमें अन्य लोग भी शामिल होंगे।